
छतरपुर जिला अस्पताल की व्यवस्था पर उस वक्त सवाल उठ खड़े हुए जब गुरुवार को अस्पताल परिसर में खड़ी ब्लड बैंक की वैन से शराब की बोतल और कंडोम बरामद किए गए। मामला सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
विवादित सामान सूर्या चैरिटेबल संस्था द्वारा संचालित ब्लड बैंक की गाड़ी से मिला है। ब्लड बैंक प्रभारी आरती बजाज ने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है, जो 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।
घटना के बाद ब्लड बैंक सुपरवाइजर को तत्काल टर्मिनेट कर दिया गया है, जिसकी गतिविधियां वीडियो में सामने आई थीं।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि यह गाड़ी ब्लड डोनेशन मुहिम के लिए उपयोग में लाने की बजाय ‘अय्याशी का अड्डा’ बन गई थी। अब सवाल यह उठ रहा है कि अस्पताल परिसर में खड़ी सरकारी संपत्ति का इस तरह दुरुपयोग किसकी मिलीभगत से हो रहा था?